कारतूस हमारी जेब में मूंगफली के दाने की तरह पडे रहते है!
अपने को गौतम भाई कहते है!
6 रेवोल्वर में 6 कमर में कसे रहते है !
अपने को गौतम भाई कहते है!
Hapur में रहते है दरवाज़ा खोल के सोते है !
वहा भी किसी की दम पे नहीं अपनी दम पे रहते है !
अपने को गौतम भाई कहते है !
कुछ गुंडे अगल में और कुछ गुंडे बगल में पड़े रहते है !
वहा भी उनकी दम नहीं हमारी दम पे पड़े रहते है !
अपने को गौतम भाई कहते है !
हथगोले हमारी छत पे पड़े रहते है !
बरसात आती है कुछ बह जाते है कुछ पडे रहते है !
अपने को गौतम भाई कहते है!
हम धमकी नहीं देते धमाका कर देते है !
अपने को गौतम भाई कहते है!
Thursday, July 29, 2010
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1 comments:
बेहतरीन। लाजवाब।
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