आज जातिवाद हमारे लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। चाहे भले ही दुनिया के सबसे शक्तिशाली और ताकतवर देश के राष्ट्रपति काले ही क्यूँ न हों , भले ही दुनिया ये क्यूँ न जानती हो के काले व्यक्ति तुलनात्मक एवं ओसत रूप से ज्यादा ताकतवर होते हैं, भले ही दुनिया ये भी मानती हो के वे भी उतने ही बुद्धिमान होते हैं जितने की गोरे लोग पर कहीं न कहीं अभी भी दुनिया में ये देखने को मिलता है के आज भी काले लोगो को हीनता की द्रष्टि से ही देखा जाता है जबकि ऐसा करना मानवता का अपमान है। तो आज मैंने ये मुद्दा उठाया है। अगर मेरे इस लेख से कोई एक भी मनुष्य आकर्षित होकर जातिवाद के इस भेद को अपने दिल से निकाल दे तो मैं समझूंगा के मेरा लेख लिखना सफल रहा । किसी कवी की ये निम्नलिखित पंक्तियाँ मुझे बेहद आकर्षित करती है.....................
जब मैं पैदा हुआ , तब मैं काला था
जब मैं बड़ा हुआ, तब मैं काला था
जब में धूप में गया , तब मैं काला था
जब मैं डरा हुआ था , तब मैं काला था
और जब मैं मारा , तब भी मैं काला था
और तुम गोरे व्यक्ति
जब तुम पैदा हुए , तब तुम गुलाबी थे
जब तुम बड़े हुए , तब तुम सफेद थे
जब तुम धूप मैं गए, तब तुम लाल हो गए
जब तुम ठन्डे थे , तब तुम नीले हो गए
जब तुम डरे हुए थे , तब तुम पीले हो गए
जब तुम बीमार थे , तब तुम हरे हो गए
और जब तुम मरे , तब तुम भूरे हो गए
और तुम मुझे रंगीन कहते हो........!!!!!!!!!!!!!!!!
जातिवाद को रोकिये......काले गोरे का भेद मिटायें..........सब मिलकर खुशहाल रहे
1 comments:
Please STOP IT........its a SiN
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